परहित सरिस धरम नहिं भाई ।
पर पीड़ा सम नहिं अधमाई ।।
मध्य प्रदेश की युवा तरुणाई के प्रतीक युवराज महा आर्यमन सिंधिया जी से स्नेहमयी आत्मीय मुलाकात मैं ग्रामीण क्षेत्र में खेल प्रतिभाओं के खोज के लिए विस्तृत कार्यक्रम तैयार करने तथा ग्वालियर के विकास में श्रीमंत महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया जी के विजन और योगदान से ग्वालियर में तेजी से हो रहे बदलाव पर चर्चा तथा जनमानस की आकांक्षाओं के अनुरूप विकास की धारा को ग्रामीण क्षेत्रों में प्रवाहित करने पर चर्चा हुई ,