
परहित सरिस धरम नहिं भाई ।
पर पीड़ा सम नहिं अधमाई ।।
भितरवार में श्री विक्की दुबे जी (पार्षद) की माताजी के निधन की सुचना मिलने पर उनके निजनिवास पहुंच कर उनकी माताजी की चित्र-छाया पर फूलमाला अर्पण कर शोक संवेदना व्यक्त की ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति दे!