परहित सरिस धरम नहिं भाई ।पर पीड़ा सम नहिं अधमाई ।।
कोटवार को स्थायी करने सिंधिया से मिलेगे (खांन) - ग्रीन हाउस, सिकन्दर कम्पू, ग्वालियर